आपका ज्योतिष | 📖 ✍️ पंचांग संपादक 🚩🕉️🙏

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">श्री शनि चालीसा २ II आरती श्री शनिदेव जी की II
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श्री शनि चालीसा ( २ ) ॥दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन , मंगल करण कृपाल । दीनन के दुःख दूर करि , कीजै नाथ निहाल ।। जय जय श्री शनिदेव प्रभु , सुनहु विनय महाराज । करहु कृपा हे रवि तनय , राखहु जन की लाज ॥ ॥चौपाई ॥[…]

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">श्री शनि चालीसा II आरती श्री शनि देव जी की II
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श्री शनि चालीसा ॥दोहा ॥ श्री शनिश्चर देवजी , सुनहु श्रवण मम् टेर । कोटि विघ्ननाशक प्रभो , करो न मम् हित बेर ।। ॥सोरठा ॥ तव स्तुति हे नाथ , जोरि जुगल कर करत हौं । करिये मोहि सनाथ , विजहरन हे रवि सुवन ।। ॥चौपाई ॥ शनिदेव मैं[…]

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