श्री शनि चालीसा ( २ ) ॥दोहा ॥ जय गणेश गिरिजा सुवन , मंगल करण कृपाल । दीनन के दुःख दूर करि , कीजै नाथ निहाल ।। जय जय श्री शनिदेव प्रभु , सुनहु विनय महाराज । करहु कृपा हे रवि तनय , राखहु जन की लाज ॥ ॥चौपाई ॥[…]
🌹आज के परिणाम अतीत के कर्मों से निर्धारित होते है।अपने भविष्य को बदल पाने के लिए अपने आज के फैसलों को बदलें।आप कांच के दर्पण में अपना चेहरा देख सकते है।और अपने कर्म में आप अपनी आत्मा को देख सकते है।कर्म ही हर सफलता की बुनियाद है।💐💐 “अहंकार”💐💐तभी उत्पन्न होता[…]
इतिहास पुराण व साहित्य में अनेक कथाएँ मिलती है । हर कथा में एक समानता है कि – असत्य पर सत्य की विजय और दुराचार पर सदाचार की विजय और विजय को उत्सव मनाने की बात कही गई है।भारत देश त्योहारों का देश है , यहाँ भिन्न जाति के लोग[…]
🌹“मनुष्य के कुल की ख्याति उसके आचरण से होती है…मनुष्य के बोल चल से उसके देश की ख्याति बढ़ती है…मान सम्मान उसके प्रेम को बढ़ता है,…एवं उसके शारीर का गठन उसे भोजन से बढ़ता है…”एक नौयुवक के लिए सबसे ज़रूरी चीज है अपनी एक साख …एक प्रतिष्ठा , एक चरित्र[…]
विष्णु चालीसा ॥दोहा ॥ विष्णु सुनिए विनय सेवक की चितलाय । कीरत कुछ वर्णन करूँ दीजै ज्ञान बताय ॥ ॥चौपाई ॥ नमो विष्णु भगवान् खरारी , कष्ट नशावन अखिल बिहारी । प्रबल जगत में शक्ति तुम्हारी , त्रिभुवन फैल रही उजियारी । सुन्दर रूप मनोहर सूरत , सरल स्वभाव मोहनी[…]