श्री विष्णुजी चालीसा
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विष्णु चालीसा ॥दोहा ॥ विष्णु सुनिए विनय सेवक की चितलाय । कीरत कुछ वर्णन करूँ दीजै ज्ञान बताय ॥ ॥चौपाई ॥ नमो विष्णु भगवान् खरारी , कष्ट नशावन अखिल बिहारी । प्रबल जगत में शक्ति तुम्हारी , त्रिभुवन फैल रही उजियारी । सुन्दर रूप मनोहर सूरत , सरल स्वभाव मोहनी[…]
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