संस्कारो से बड़ी कोई वसीहत नहीं होती और ईमानदारी से बड़ी कोई विरासत नहीं होती..!!माफ़ी वही दे सकता है जो अंदर से मजबूत हो,खोखले इंसान सिर्फ बदले की आग में जलते रहते हैं….मन की सच्चाई और अच्छाई कभी व्यर्थ नहीं जातीये वो पूजा है जिसकी खोज ईश्वर खुद करते है..!!गलत[…]
किसी को प्रेम देना सबसे बड़ा उपहार है और किसी का प्रेम पाना सबसे बड़ा सम्मान है….बड़ों से बात करने का तरीका आपकी तमीज बताता है और छोटो से बात करने का तरीका आपकी परवरिश का परिचय देता है….अपने शब्दों में ताकत डालें आवाज में नही क्योंकि बारिश से फुल[…]
हर बात में धीरज रखें,विशेषकर अपने आप से।अपनी कमियों को लेकर धैर्य न खोएं आप तुरंत उनका समाधान करना शुरू करें।हर दिन कर्म की नई शुरुआत है।अच्छे विचारों को स्वतः ही नहीं अपनाया जाता है।उन्हें पराक्रमयुक्त धैर्य के साथ व्यवहार में लाया जाना चाहिए…प्रकृति की गति अपनाएं उसका रहस्य है,[…]
*अपने प्रयोजन में दृढ़विश्वास रखने वाला एक कृशकाय शरीर भी इतिहास के रुख को बदल सकता है |**निराश हुए बिना पराजय को सह लेना, पृथ्वी पर साहस की सबसे बड़ी मिसाल है |**प्रेरणा कि हर अभिव्यक्ति में पुरुषार्थ और पराक्रम कि आवश्यकता है…**मानव के सभी गुणों में साहस पहला गुण[…]
_**हम सभी ईश्वर से दया की प्रार्थना करते हैं और वही प्रार्थना हमें दया करना भी सिखाती है।* *सब पर दया करनी चाहिए क्योंकि ऐसा कोई नहीं है जिसने कभी अपराध नहीं किया हो।**प्रेम के बाद सहानुभूति मानव ह्रदय की पवित्रतम भावना है |**परोपकारियों का मार्ग न समुद्र रोक सकता[…]
**हर बात में धीरज रखें,विशेषकर अपने आप से।**अपनी कमियों को लेकर धैर्य न खोएं आप तुरंत उनका समाधान करना शुरू करें।**हर दिन कर्म की नई शुरुआत है।**अच्छे विचारों को स्वतः ही नहीं अपनाया जाता है।**उन्हें पराक्रमयुक्त धैर्य के साथ व्यवहार में लाया जाना चाहिए…**प्रकृति की गति अपनाएं उसका रहस्य है,[…]
*पूरे विश्वास के साथ अपने सपनो की तरफ बढो….* *वही जिंदगी जियो जिसकी कल्पना आपने की है….* *मुश्किलें उन चीज़े मे होती है जो हमें तब दिखती है…**जब हमारा ध्यान लक्ष्य पर नहीं होता…..**जब सब कुछ आपके विरुद्ध जाए, तब ये याद रखिये…**की airplane हवा के विरुद्ध ही उड़ान भरता[…]
*हर बात में धीरज रखें,विशेषकर अपने आप से।**अपनी कमियों को लेकर धैर्य न खोएं आप तुरंत उनका समाधान करना शुरू करें।**हर दिन कर्म की नई शुरुआत है।**अच्छे विचारों को स्वतः ही नहीं अपनाया जाता है।**उन्हें पराक्रमयुक्त धैर्य के साथ व्यवहार में लाया जाना चाहिए…**प्रकृति की गति अपनाएं उसका रहस्य है,[…]
🌹*कुछ भी नया करने में कभी संकोच मत करना,**यह भी मत सोचना कि तुम्हारी हार होगी,**हार तो कभी होती ही नही है,**क्योंकि या तो जीत मिलती है,**या फिर सीख मिलती है।**पूरी दुनिया जीत सकते हैं संस्कार से**और जीता हुआ भी हार जाते हैं अहंकार से**मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर[…]
_*आत्मा के आनंद रूपी सामंजस्य का बाहरी रूप दया है।…* *कितने देव, कितने धर्म, कितने पंथ चल पड़े पर इस शोकग्रस्त संसार में …**इस संसार में केवल दयावानों कि आवश्यकता है।* *जिसमे दया नहीं उसमे कोई सद्गुण नहीं।**जो असहायों पर दया नहीं करता,..**उसे शक्तिशालियों के अत्याचार सहने पड़ते हैं।**जो सचमुच[…]